...Gαzαℓ'ѕ Hσυѕє....
*___αℓℓ ѕнαуαяѕ ιη σηє ρℓαcє___* ____by: NADEEM KHAN____
Thursday, 20 October 2011
Waseem barelvi
आते-आते मेरा नाम सा रह गया
उस के होंठों पे कुछ काँपता रह गया
वो मेरे सामने ही गया और मैं
रास्ते की तरह देखता रह गया
झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गये
और मैं था कि सच बोलता रह गया
आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे
ये दिया कैसे जलता रह गया
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